भारत में इस पर्व को 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता है। इसे मकर संक्रांति और ग्रामीण क्षेत्रों में खिचड़ी के नाम से भी जानते हैं। इस दिन खिचड़ी भारतीय रसोई में खिचड़ी विशेष तौर पर बनाई जाती है।हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि आज के दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रविष्ट होता है। विभिन्न हिस्सों में इस पर्व को अलग अलग नाम से पुकारा जाता है
खिचड़ी बेहद ही पौष्टिक और सुपाच्य आहार माना गया है ।इसको अपनी डाइट में शामिल करने से पाचन क्षमता पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ता ।यदि आपको बुखार गैस और अपच जैसी किसी भी समस्या से पीड़ित है। तो ऐसे में खिचड़ी को आहार के रूप में लेने से विशेष लाभ पहुंचता है ।खिचड़ी को खाने मात्र से पाचन क्रिया सुचारू रूप से कार्य करने लगती है। इससे वजन भी नियंत्रित होता है ।गर्भवती महिलाओं को भी खिचड़ी खाने से विशेष लाभ पहुंचता है। इस दौरान उनको कब्ज और अपच जैसी समस्या नहीं होती।
Improve sleeping pattern
यदि आप सोने से पहले सुपाच्य भोजन यानी खिचड़ी खाते हैं तो इससे आपको अच्छी नींद आती है। ठंड के मौसम में आमतौर पर लोगों को डिनर में खिचड़ी देसी घी के साथ खाना खूब पसंद आता है ।वहीं गर्मियों की बात करें तो लोगों को गर्मियों में दही के साथ खिचड़ी खाने में बड़ा आनंद आता है। खिचड़ी खाने से आपका का वजन घटता है क्योंकि यह सुपाच्य भोजन के अंतर्गत आता है।
Increase immunity power
खिचड़ी को अपने आहार में शामिल करने से आपके शरीर की कार्यप्रणाली में विशेष रुप से सुधार होता है ।आपकी पाचन शक्ति मजबूत होती है जिसके परिणाम स्वरूप ब्लाटिंग और शुगर नियंत्रित रहती है और इम्यूनिटी सिस्टम में भी सुधार होता है।
Improve sugar level
डायबिटीज के रोगी को अपने आहार में खिचड़ी को शामिल करना चाहिए ।ऐसा करने से उनका शुगर लेवल कंट्रोल होता है ।इससे लोगों का वजन भी नियंत्रित होता है।
Immunity booster
आपको यह जानकर हैरानी होगी की खिचड़ी को नियमित रूप से खाने से आपके शरीर में वात पित्त और कफ के दोष खत्म हो जाते हैं। इसके साथ ही यह आपकी इम्यूनिटी को बूस्ट करने में भी सहायक होती है।